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Citizens for Justice and Peace

vishakha guidelines

अब भी डटी हुई है भँवरी तीस्ता सीतलवाड़ के साथ बातचीत में

ये भँवरी देवी की ऐतिहासिक लड़ाई का नतीजा था, जो कार्यरत महिलाओं के यौन उत्पीड़न के ख़िलाफ़ एक क्रांतिकारी क़दम बना – विशाखा दिशानिर्देश (Vishakha Guidelines) के रूप में. परन्तु क्या आप जानते है कि अभी भी भँवरी देवी डटी हुई हैं, आज भी साथिन का काम करते हुए दूसरों के अधिकार के लिए संघर्षरत…

भंवरी देवी जैसी निडर महिलाओं के संघर्ष की बदौलत ही हम #MeToo तक पहुच पाए हैं मानवाधिकार रक्षक का परिचय

1995 में भंवरी देवी बलात्कार के मामले में चार आरोपियों को बरी करते हुए जयपुर जिला और सत्र अदालत ने कहा था “भारतीय संस्कृति अभी इस हद तक नहीं गिरी है कि गांव का एक भोलाभाला आदमी लोक–लाज की सभी मर्यादाओं को भूलकर, किसी वहशी भेड़िए की तरह औरत पर झपट पड़ने को लालायित हो जाए.”…

As #MeToo mounts, Bhanwari Devi’s Struggle Must Not be Forgotten Human Rights Defender Profile

“Indian culture has not yet touched such low depths that an innocent villager would lose all sense of age and caste and like a wolf would pounce upon a woman, that too in the presence of a 70-year old,” said the Jaipur district and sessions court while acquitting the four accused in Bhanwari Devi rape…

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