२३ March को Delhi की सड़कों पर JNU के छात्रों के शांतिपूर्ण रैली पर पुलिस ने अटैक किया. छात्र – छात्राओं को मारा गया, उनके कपड़े फाड़े गए और उन्हें पुलिस की एक ट्रेनिंग फैसिलिटी में ले जाया गया – माकपा की पूर्व सांसद सुभाषिनी अली वहां मौजूद थी. तीस्ता सेतालवाद के साथ इस बातचीत में वो आँखों देखी बयान करतीं है.