भारतीय सभ्यता हमेशा से विविध धर्मों, संस्कृतियों एवं परम्पराओं के समीकरण के रूप में पहचानी गई है। ऐसे में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह एक तरफ सिखों, हिंदुओं एवं बौद्ध धर्म के लोगों के लिए बाहें फैलाकर स्वागत कर रहे हैं, और दूसरी तरफ मुस्लिमों को घुसपैठिये कह कर भारतीय सभ्यता पर दाग़ लगा रहे हैं। आज विश्व संदेश जा रहा है कि भारत में मुस्लिमों के लिए कोई स्थान नहीं है। हिन्दुत्व के नाम पर अमित शाह को इस क़दर ज़हर उगलने की अनुमति आखिर किसने दी है?