मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड ने चुनाव आयोग के नाम एक खुला पत्र जारी किया है। उन्होने बताया है कि सिटीज़न फ़ार जस्टिस एंड पीस की ओर से भारतीय निर्वाचन आयोग को ज्ञापन भेजकर प्रवासी मज़दूरों को भी डाक के जरिये मतदान का अधिकार देने की मांग की गयी है। कहा गया है कि आयोग की उदासीनता से लगभग 10 करोड़ प्रवासियों का मताधिकार संकट में पड़ सकता है।
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